जालंधर, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मनजीत सिंह राय ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा पारित प्रस्ताव के पीछे बादल परिवार है। यह बादल परिवार है जो एसजीपीसी को प्रमुख बनाने के लिए लिफाफे भेजता है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मंजीत सिंह राय गुरुवार को जालंधर के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे। हाल ही में, SGPC ने RSS पर एक हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रयास करने और इससे अल्पसंख्यकों को खतरा होने का प्रस्ताव किया था। जिस पर मंजीत सिंह राय ने बीते दिन गुरुवार को बादल परिवार पर निशाना साधा।
उन्होंने बीबी जागीर कौर के पद की गरिमा पर भी सवाल उठाया और कहा कि उन्हें धर्म का प्रचार करना चाहिए न कि धर्म के नाम पर राजनीति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आजादी के पहले से सिखों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ रहा है। देश के लिए काम करने वाले संगठन अल्पसंख्यक विरोधी नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में ईसाई संगठन सिखों को धर्मांतरित कर रहे हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और प्रधान बीबी जागीर कौर को वहां जाकर काम करना चाहिए और सिखों को धर्म से जोड़ने के लिए कदम उठाना चाहिए।
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