कई सालों से अंतरिक्ष के गहरे रहस्यों को उजागर कर रहे हबल स्पेस टेलीस्कोप ने एक बार फिर बेहतरीन तस्वीर सामने ला दी है। टेलीस्कोप ने इस घटना को एक युवा सितारे के साथ कैद किया है। नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी(ईएसए) ने इसे 'बुद्धिमान संरचना' कहा है। वैसे इसे हर्बिग-हारो ऑब्जेक्ट(HH34) कहा जाता है। तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए ईएसए ने लिखा कि यह तस्वीर गैस की है, जो जेट की तरह तेज रफ्तार से तारे के पास से गुजर रही है। इस वजह से, 'बुद्धिमान संरचना' का गठन किया गया है। नासा ने कहा है कि कुछ सालों में ये चीजें अनोखे तरीके से विकसित हो सकती हैं।
हबल स्पेस टेलीस्कोप ने तस्वीर खींचने के लिए अपने 'वाइड फील्ड कैमरा 3' का इस्तेमाल किया। ईएसए ने बताया है कि एक नवजात तारे में विस्फोट के कारण यह गैस निकली। आमतौर पर ऐसी घटनाएं तारे के बनने के शुरुआती दौर में होती हैं। इस वजह से निकलने वाली गैस सुपरसोनिक गति से आगे बढ़ती है। कुछ ऐसा ही मौजूदा तस्वीर में भी दिख रहा है। Herbig-Haro पिंड तब बनते हैं जब गैस का एक जेट अपने प्रारंभिक चरण में एक तारे के आसपास की सामग्री से टकराता है। यह टक्कर पदार्थ को गर्म करती है, जिससे उसमें चमक आ जाती है।
यह पहली बार नहीं है जब इस Herbig-Haro ऑब्जेक्ट को देखा गया है। हबल ने 1994 और 2007 के बीच और 2015 में इसे और अधिक विस्तार से कैद किया। कहा जाता है कि यह चीज कई सालों से विकसित हो रही है और इसमें कई महत्वपूर्ण बदलाव आ रहे हैं। ESA की वेबसाइट के अनुसार, HH34 पृथ्वी से लगभग 1,250 प्रकाश वर्ष दूर ओरियन नेबुला में रहता है। यहां तारे बनने की घटनाएं हो रही हैं। HH34 और हबल द्वारा लिए गए अन्य जेट की उच्च-रिज़ॉल्यूशन छवियां खगोलविदों को जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा किए गए भविष्य के अवलोकनों को समझने में मदद करेंगी।
हबल टेलीस्कोप को अप्रैल 1990 में अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। तब से इसने गहरे अंतरिक्ष की कई बेहतरीन तस्वीरें खींची हैं। बहुत जल्द इस टेलिस्कोप की जगह 'जेम्स वेब टेलिस्कोप' ले लिया जाएगा। इसे नासा ने पिछले साल 25 दिसंबर को लॉन्च किया था। अभी यह अपने उपकरणों को अंतरिक्ष में स्थापित कर रहा है। माना जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में James Web Telescope अपना काम शुरू कर देगा।
📷 A NASA/ESA @HUBBLE_space image of a jet of gas travelling at high speed from a very young star, resulting in a wispy structure known as a 'Herbig–Haro' object (HH34), seen at lower left. These objects can evolve significantly over just a few years 👉 https://t.co/etSLv1WHGD pic.twitter.com/i025vmbhFN
— ESA (@esa) March 7, 2022
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