तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से है कई समस्याओं का समाधान, जानिए इसके फायदे और नुकसान - MSD News

This website of MSD News makes the students preparing for government jobs aware of the current affairs and latest news of the country.

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

अपनी पसंदीदा भाषा में पढ़ने के लिए भाषा का चयन करें

Monday 9 May 2022

तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से है कई समस्याओं का समाधान, जानिए इसके फायदे और नुकसान

तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से है कई समस्याओं का समाधान, जानिए इसके फायदे और नुकसान

अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए बहुत से लोग तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं। भारत देश में तांबे के बर्तनों का भी विशेष महत्व है, यह धातु अपने आप में एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है। तांबे के बर्तन में खाली पेट रखा पानी पीने से शरीर को बहुत फायदा होता है इतना ही नहीं आयुर्वेद में तांबे के बर्तन में पानी पीना बहुत फायदेमंद बताया गया है। अगर आप भी तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं तो इसके फायदे और नुकसान के बारे में पता होना बेहद जरूरी है। आइए आपको बताते हैं तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे और नुकसान।

कॉपर शरीर से जुड़ी कई समस्याओं के लिए रामबाण औषधि 

भारत में सबसे ज्यादा तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी शरीर से जुड़े कई रोगों को दूर करने में रामबाण साबित हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर  का संतुलन बना रहता है, हालांकि यह जरूरी है कि तांबे के बर्तन में पानी कम से कम 8 घंटे तक रखा जाए, इसके अलावा एक खास बात यह भी है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी जल्दी बासी नहीं होता और लंबे समय तक ताजा रहता है। जानकारों के मुताबिक तांबे के बर्तन में रखा पानी बीमारियों को दूर करने में काफी मददगार साबित होता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी तांबे के साथ रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करता है और एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर-रोधी गुण पैदा करता है, जो कई तरह के रोगों को ठीक करने में मददगार साबित होता है। एक शोध के अनुसार तांबे की सतह पर मौजूद 99 प्रतिशत ई-कोलाई बैक्टीरिया को सिर्फ 2 घंटे में खत्म किया जा सकता है।

घाव भरने में भी मददगार

ऐसा कहा जाता है कि तांबा अपने एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण शरीर को उसके आंतरिक और बाहरी घावों को तेजी से भरने में मदद करता है, इतना ही नहीं यह गठिया और थायरॉयड ग्रंथि के दर्द को ठीक करने में भी फायदेमंद है। यह स्राव को भी संतुलित करता है, वहीं यह खून की कमी को दूर करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी फायदेमंद हो सकता है।

नुकसान

  1. यदि तांबे के बर्तन की ठीक से सफाई न की जाए तो कॉपर ऑक्साइड की परत जमने लगती है। ऐसे में अगर आप इस पानी को नियमित रूप से पी रहे हैं तो यह काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
  2. अचार को तांबे के बर्तन में रखने की गलती कभी न करें, क्योंकि अचार में सिरका होता है जो अगर तांबे के संपर्क में आ जाए तो आपकी सेहत खराब कर सकता है।
  3. दही और छाछ को कभी भी तांबे के बर्तन में न रखें, क्योंकि इससे जी मिचलाने और घबराहट जैसी समस्या हो सकती है साथ ही फूड प्वाइजनिंग का भी खतरा रहता है।
  4. नींबू का किसी भी रूप में तांबे के बर्तन से संपर्क हानिकारक है, नींबू में मौजूद एसिड तांबे के साथ प्रतिक्रिया करता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts

ad

Post Bottom Ad

Pages