जालंधर: प्रत्येक व्यक्ति को पक्का घर देने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग अधीन चल रही प्रधान मंत्री आवास योजना(ग्रामीण) अधीन पक्के मकानों के निर्माण के लिए ज़िले के गाँवों में 519 लाभपातरियों को 6करोड़ 22 लाख 80 हज़ार की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई जा चुकी है। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर(विकास) वरिन्दरपाल सिंह बाजवा ने बताया कि यह योजना 1अप्रैल 2016 से शुरू की गई थी, जिसके अंतर्गत लाभपातरी को पक्के मकान के निर्माण के लिए कुल 1लाख 20 हज़ार की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई जाती है। उन्होंने आगे बताया कि मकान सैक्शन होने से ले कर पूरा होने तक क्रम अनुसार 30000, 72000 और 18000 की तीन किश्तों में यह राशि सीधा लाभपातरी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। इसके इलावा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय बनाने के लिए 12 हज़ार रुपए की रकम का लाभ मनरेगा स्कीम अधीन दिया जाता है और मकान का निर्माण करने वाले लाभपातरी को 90 दिन का रोज़गार भी दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि ज़िले में पी.एम.ए.वाई. अधीन वित्तीय साल 2016-17 से वित्तीय साल 2020-21 तक कुल 519 मकान पूरे हो चुके है, जिनके लिए लाभपातरियों को कुल 6,22,80000 रुपए की वित्तीय सहायता जारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया मौजूदा समय 6 करोड़ 40 लाख 80 हज़ार रुपए के बजट की व्यवस्था है और 154 लाभपातरियों को पहली और 6 लाभपातरियों को दूसरी किश्त जारी की जा चुकी है। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज़िला परिषद सुखबीर कौर ने बताया कि ऐसे व्यक्ति, जिनके पास अपनी ज़मीन है परन्तु मकान बनाने से असमर्थ है या कच्चे मकान में रह रहे है, पी.एम.ए.वाई. अधीन लाभ प्राप्त करने के योग्य है।
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