जालंधर: प्रधान मंत्री मातरू वन्दना योजना के अंतर्गत जालंधर ज़िले में 1 जनवरी 2017 से ले कर अब तक 24,394 गर्भवती औरतों और दूध पिलाने वाली माताओ को 9,24,96000 रुपए की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई जा चुकी है। यह जानकारी देते ज़िला प्रोगराम अधिकारी इन्द्रजीत कौर ने बताया कि गर्भवती औरतों और दूध पिलाने वाली माताओं को स्वास्थ्य तौर पर मज़बूत करने के लिए प्रधान मंत्री मातरू वन्दना योजना के अंतर्गत औरतों को वित्तीय सहायता मुहैया करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि स्त्री और बाल विकास की यह योजना गर्भवती औरतों और दूध पिलाने वाली माताओं के स्वास्थय में सुधार और पोषण सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करने के लिए शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि लाभपातरियों के खाते में तीन किश्तों में 5 हज़ार रुपए मुहैया करवाए जाते है। पहली किश्त एक हज़ार रुपए की औरत के गर्भधारन से 150 दिनों के अंदर पास के आंगणवाड़ी सैंटर में रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद में मिलती है, जबकि दो हज़ार रुपए की दूसरी किश्त गर्भकाल के छह महीने पूरे होने और गर्भअवस्था में एक चैकअप होने पर और दो हज़ार रुपए की तीसरी और आख़िरी किश्त बच्चो के जन्म की रजिस्ट्रेशन और एक दौर का टीकाकरण पूर्ण करने उपरांत मिलती है। उन्होंने बताया कि गर्भवती और दूध पिलाने वाली माताए, जो कोई केंद्र या राज्य सरकार से कोई वित्तीय लाभ नहीं ले रही, इस योजना का लाभ लेने के योग्य है। उन्होंने सभी ज़िला निवासियों से अपील करते कहा कि वह इस योजना का लाभ लेने के लिए पास के आंगणवाड़ी सैंटर के साथ संबंध कायम रखें।
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