जालंधर: समाज के कमज़ोर वर्ग की सेवा करने की वचनबद्धता को दोहराते डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने आज बुज़ुर्ग औरत की वित्तीय हालत को देखते उसे अपने बुज़ुर्ग पति के इलाज के लिए 50000 रुपए की सहायता प्रदान की। ज़िला रैड क्रास सोसायटी की तरफ से जारी चैक सौंपते हुए डिप्टी कमिशनर ने कहा कि ज़िला प्रशासन समाज के कमज़ोर वर्ग की हर संभव सहायता करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने बताया कि गुरू रविदास नगर, मकसूदां की एक बुज़ुर्ग औरत ने बिस्तर पर बीमार 85 वर्षीय बुजर्ग पति की देखभाल के इलावा अपनी, वित्तीय परेशानियों को दूर करने के लिए ज़िल्रा प्रशासन के पास पहुँच की।
डिप्टी कमिशनर के आदेशों पर सचिव रैड क्रास सोसायटी ने बुज़ुर्ग औरत के घर जाकर उसके परिवार की वित्तीय स्थिति बारे जानकारी प्राप्त की और इस सम्बन्धित सारी स्थिति से डिप्टी कमिशनर को अवगत करवाया। इस पर तुरंत डिप्टी कमिशनर की तरफ से ज़िला राहत सोसायटी और ज़िला रैड क्रास सोसायटी फंडज में से 50000 रुपए की सहायता राशि का चैक जारी किया गया। उन्होंने रैड क्रास सोसायटी के आधिकारियों को यह भी आदेश दिया कि तुरंत उसके बीमार पति को अस्पताल में दाख़िल करवाया जाए और डाक्टरों की तरफ से उचित इलाज को यकीनी बनाया जाए। बता दे कि बुज़ुर्ग औरत का पति शिक्षा विभाग से सेवामुक्त प्रिंसिपल है परन्तु अदालत में केस होने के कारण वह अपने वित्तीय राशि प्राप्त नहीं कर सके, जिस कारण परिवार को इन वित्तीय कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। श्री थोरी ने बुज़ुर्ग औरत को उसके पति के इलाज के इलावा उनकी अन्य अपेक्षित ज़रूरतों को पूरा करने के लिए हर तरह की सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन की तरफ से पहले ही इस परिवार को 20 हज़ार रुपए की सहायता दी जा चुकी है और इनकी परेशानी को दूर करने के लिए परिवार की ज़रूरत अनुसार और सहायता की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारा यह नैतिक फ़र्ज़ बनता है कि जब भी कोई जरूरतमंद व्यक्ति संपर्क में आता है तो उसकी अधिक से अधिक मदद की जाए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी ज़िला प्रशासन की तरफ से कई जरूरतमंद परिवारों को आर्थिक और डाक्टरी सहायता प्रदान की जा चुकी है।
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