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Friday 20 May 2022

मां लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन करें ये उपाय, दूर होंगी सारी परेशानियां

मां लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन करें ये उपाय, दूर होंगी सारी परेशानियां

  1. अगर आपको छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक गुस्सा आता है, तो अपने गुस्से को काबू में रखने के लिए शुक्रवार के दिन आपको भगवान को गुड़ से बनी वस्तु का भोग लगाना चाहिए। अगर गुड़ से बनी वस्तु का प्रसाद ना चढ़ा पाएं, तो केवल गुड़ का भी भोग लगा सकते है। ऐसा करने से आपको अपने गुस्से पर काबू पाने में सफलता प्राप्त होगी।
  2. अगर आप अपनी वाणी को मधुर और अपने स्वभाव को नम्र बनाना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन एक बर्तन में जल भरकर, उसमें कुछ सिक्के डालकर मंदिर में रखदें और अगले दिन उस बर्तन में से सिक्के निकालकर अपने पास संभालकर रखें और जल को किसी पौधे में डाल दें। ऐसा करने से आपकी वाणी मधुर और आपका स्वभाव नम्र बना रहेगा।
  3. अगर आप विद्या के क्षेत्र में अपना परचम लहराना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन उत्तराषाढ़ा के दौरान सूर्यदेव को लाल पुष्प(फूल) अर्पित करें। अगर इस दिन लाल पुष्प ना मिल पाये तो, आप अपने मन में ये भाव रखे की आप सूर्यदेव को लाल पुष्प अर्पित कर रहे हैं। साथ ही सूर्य के इस मंत्र ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: का 21 बार जप करना चाहिए। ऐसा करने से विद्या के क्षेत्र में आपका परचम लहरेगा।
  4. अगर आप किसी भी तरह की आँखों संबंधी परेशानी से बचे रहना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन स्नान आदि के बाद, सूर्यदेव को प्रणाम करके आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आप आँखों संबंधी परेशानियों से बचे रहेंगे और अगर आपको पहले से किसी प्रकार की आंख संबंधी परेशानी है, तो उससे भी आपको जल्द राहत मिलेगी।
  5. अगर आप बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही लंबी आयु पाना चाहते हैं या किसी पुरानी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन आप सूर्यदेव के इस मंत्र ‘ऊँ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्याय श्रीं’ का 108 बार जप करें। इस मंत्र का जप करने से आपको बेहतर स्वास्थ्य के साथ लंबी आयु भी प्राप्त होगी। साथ ही पुरानी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओ से भी छुटकारा मिलेगा।
  6. अगर आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन आपको स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करना चाहिए और उन्हें जल अर्पित करना चाहिए। जल अर्पित करने के लिए अगर तांबे का पात्र हो, तो और भी श्रेष्ठ होगा। ऐसा करने से आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में बहुत आगे बढ़ पाएगें।
  7. अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुख और प्रसन्नता से भरा देखना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान कटहल के पेड़ या उसके फल का दर्शन करें और हाथ जोड़कर अपने वैवाहिक जीवन में सुख और प्रसन्नता लाने के लिए प्रार्थना करें। अगर शुक्रवार के दिन कटहल के पेड़ का दर्शन करना संभव न हो, तो आप इंटरनेट या अपने फोन पर तस्वीर का दर्शन कर सकते हैं अगर ये भी संभव न हो तो मन में ही हरे भरे कटहल के पेड़ की कल्पना करके उसे प्रणाम करें। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुख और प्रसन्नता से भरा होगा।
  8. अगर आपके ऊपर अचानक से बहुत सारी जिम्मेदारियां आ गई हैं, जिससे आप मानसिक रूप से अशांति महसूस कर रहे हैं, तो शुक्रवार के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान आपको सूर्य के इस मंत्र ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: का 21 बार जप करना चाहिए। ऐसा करने से आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभायेंगे और आपको मानसिक अशांति से भी छुटकारा मिलेगा।
  9. अगर आपकी आमदनी का फ्लो अचानक से रुक गया है, तो फिर से फ्लो बढ़ाने के लिए शुक्रवार के दिन आपको एक लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा-सा गंगाजल डालकर सूर्यदेव को अर्पित करना चाहिए, लेकिन ध्यान में रहे, उसमें से थोड़ा-सा जल बचाकर रख लें और उसे पूरे घर में छिड़क दें। ऐसा करने से आपकी आमदनी का फ्लो फिर से बढ़ने लगेगा।
  10. अगर आप अपने और अपने परिवारवालों के जीवन में खुशियां ही खुशियां लाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन आपको स्नान आदि के बाद घर में किसी उचित स्थान पर आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाए और सूर्यदेव के इस मंत्र ‘ऊँ घृणिः सूर्याय नमः का 108 बार जप करना चाहिए। ऐसा करने से आपके और आपके परिवार में खुशियां ही खुशियां आयेंगी।
  11. अगर आप अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियां पाना चाहते हैं और अपने समस्त कार्यों में सफलता पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन आपको विश्वेदेव का इस प्रकार ध्यान करना चाहिए-
  • ‘ऊँ इन्द्राय नमः 
  • ऊँ अग्नये नमः 
  • ऊँ सोमाय नमः 
  • ऊँ त्वष्ट्राय नमः 
  • ऊँ रुद्राय नमः
  • ऊँ पूखनाय नमः 
  • ऊँ विष्णुवे नमः 
  • ऊँ अश्विनीये नमः
  • ऊँ मित्रावरूणाय नमः
  • ऊँ अंगीरसाय नमः
इस प्रकार विश्वेदेवों का ध्यान करने से आपको जीवन में बड़ी उपलब्धियों के साथ ही आपके समस्त कार्यों में सफलता भी सुनिश्चित मिलेगी।

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