भारत में एक ओर जहां पर संस्कृति का उत्सव मनाया जा रहा है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां ज़ोरों पर है, साथ ही गणेश उत्सव का उल्लास अभी से छाने लगा है। आज महिलाएं कजरी तीज भी मना रही है। साथ ही भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना कर रही है। वहीं दूसरी ओर पूरे देश में विज्ञान का उत्सव मनाने की भी तैयारी है। तो कल national space day मनाया जाएगा. राजधानी के भारत मंडपम में कल खास कार्यक्रम का आयोजन होना है। जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शिरकत करेंगी। तो ज़ाहिर है इस भव्य उत्सव का मकसद अंतरिक्ष के प्रति युवाओं खासकर के बच्चों में रुचि पैदा करना ताकि धरती हो या अंतरिक्ष, हर जगह भारत का परचक लहर आए। तो संस्कृति और विज्ञान दोनों साथ साथ और यही है भारत की खूबसूरती।
एक तरफ संस्कृति जहां पर उत्सव पूरे उमंग के साथ मनाया जा रहा है और दूसरी तरफ विज्ञान का चमत्कार है। है। देखिए चंद्रयान तीन ने देश को गर्व मनाने का एक बड़ा मौका दिया और चांद की सतह पर सफल landing को लेकर 23 August को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस घोषित किया गया। अब पहले अंतरिक्ष दिवस को celebrate करने का दिन आ गया है। कल इस दिवस के मौके पर दिल्ली के भारत मंडपम में विशेष कार्यक्रम आयोजित होगा।
23 August 2023, यह वही तारीख है, जिस दिन चंद्रयान तीन के विक्रम lander की चंद्रमा की सतह पर उतरने के साथ ही, भारत ने इतिहास रच दिया। पिछले साल तेईस August को ही चाँद की सतह पर चंद्रयान तीन की सफल landing के साथ भारत का नाम दुनिया के उस चौथे देश के रूप में दर्ज हो गया, जिसने यह कामयाबी हासिल की। ISRO की इस बड़ी सफलता के साथ ही भारत ने एक बड़ा कीर्तिमान भी अपने नाम कर लिया, भारत ने एक बड़ा कीर्तिमान भी अपने नाम कर लिया, क्योंकि भारत ने, न सिर्फ चांद की सतह पर फतेह हासिल की, बल्कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला दुनिया का पहला देश होने का गौरव भी हासिल किया।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 August को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस घोषित किया। अब उस बड़ी सफलता को प्राप्त हुए कल एक साल होने जा रहा है तो पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने की तैयारी भी कर ली गई है। पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का विषय है “चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना। भारत की अंतरिक्ष गाथा”. दिल्ली के भारत मंडपम के planeary hall में इसको लेकर कार्यक्रम का आयोजन होना है जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी मौजूद रहेंगे।
ISRO ने चंद्रयान तीन को चौदह July 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन space center से launch किया था। 23 August 2023 को चंद्रयान तीन की सफल लैंडिंग के बाद चंद्रमा की सतह पर aluminium, सल्फर, calcium, iron, क्रोमियम और titanium की मौजूदगी का पता चला। इसके अलावा, मेगनीज़, सिलिकॉन और oxygen की मौजूदगी जैसी अहम् जानकारी भी मिली। अब पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर, इसरो चंद्रयान 3 mission की सफलता से लेकर चाँद की धरती पर क्या क्या मिला और उसके भविष्य में क्या उपयोग हैं, इन सब के बारे में बताएगा। चंद्रयान तीन की कामयाबी के बाद भारत का अंतरिक्ष mission लगातार आगे बढ़ रहा है, अब चंद्रयान चार और चंद्रयान पांच का प्रक्षेपण होगा। इसके अलावा 2025 में गगनयान mission के तहत पहले भारतीय को अंतरिक्ष में भी भेजा जाएगा।
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