आज आतिशी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया। यह समारोह राजनिवास में हुआ, जहाँ उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। अब वह दिल्ली की सबसे युवा और तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे।
आतिशी के साथ ही पांच और मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें से ज्यादातर पुराने चेहरे हैं, जबकि मुकेश अहलावत नए मंत्री के तौर पर शामिल हुए हैं। अन्य मंत्रियों में सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय, और इमरान हुसैन शामिल हैं, जो पहले भी केजरीवाल सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
आतिशी ने नेतृत्व परिवर्तन पर अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल के उन पर जताए गए भरोसे से खुश हैं, लेकिन उनके इस्तीफे से दुखी भी हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह अगले विधानसभा चुनाव के बाद केजरीवाल को मुख्यमंत्री के रूप में वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी।
उन्होंने कहा, "मैं सबसे पहले अपने गुरु अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करना चाहती हूँ, जिन्होंने मुझे यह बड़ी जिम्मेदारी दी। मेरा ये सफर केवल आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के नेतृत्व में ही संभव हुआ है। मैं एक साधारण परिवार से आती हूँ, और शायद किसी दूसरी पार्टी में होती तो मुझे चुनाव का टिकट भी नहीं मिलता।"
शपथ ग्रहण से पहले, आतिशी और उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य केजरीवाल से मिले। यह मुलाकात सिविल लाइंस में हुई, जहाँ उन्होंने अपनी योजनाओं पर चर्चा की।
आपको बता दें, इस हफ्ते की शुरुआत में, आतिशी को आप के विधायक दल का नेता चुना गया था। इससे पहले, केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दिया था, यह कहते हुए कि वह तभी लौटेंगे जब लोग उन्हें ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ देंगे।
No comments:
Post a Comment