करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है, जब सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस साल यह व्रत 20 अक्टूबर को होगा, और चांद दिखने का समय है रात 7:53 बजे होगा।
शुभ मुहूर्त
पूजा का समय: शाम 5:45 से 7:01 बजे तक शुभ माना जा रहा है। इस दौरान आपको पूजा के लिए लगभग सवा घंटे का समय मिलेगा।
व्रत विधि
स्नान के बाद चौथ माता की पूजा करें। 16 श्रृंगार करें और फिर देवी-देवताओं को फल और हलवा-पूरी का भोग अर्पित करें।
चंद्र दर्शन
चांद निकलने पर अर्घ्य देने के बाद पति का चेहरा देखना होता है। चांद के दर्शन के बिना व्रत का पारण नहीं होता, इसलिए ध्यान रखें।
ध्यान देने योग्य बातें
करवा चौथ पर सफेद कपड़े नहीं पहनने चाहिए। लाल, पीले या हरे रंग के कपड़े शुभ माने जाते हैं। तेज धार वाली चीजें खरीदना भी टालें।
सरगी का महत्व
सरगी का सेवन सूर्योदय से पहले करें, जिसमें फल, मिष्ठान और 16 श्रृंगार की सामग्री होनी चाहिए। यह व्रत का शुभारंभ करने का तरीका है।
इस करवा चौथ पर अपने पति के साथ मिलकर इस पावन अवसर का आनंद लें!
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