सरकार ने अनिवार्य गोल्ड हॉलमार्किंग को 343 से बढ़ाकर 361 जिलों तक बढ़ा दिया है। गोल्ड ज्वेलरी निर्माताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके उत्पाद हॉलमार्क किए गए हैं, और स्थानीय ज्वैलर्स अपने आभूषणों को निर्दिष्ट केंद्रों पर चिह्नित कर सकते हैं।
ट्रम्प की जीत का कमोडिटी पर प्रभाव:
अमेरिकी चुनावों में ट्रम्प की जीत से वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई, सोने की कीमतों में $5 की गिरावट आई और भारतीय बाजार में ₹2000 की कमी आई। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और युद्ध समाप्त करने के ट्रम्प के बयानों ने सोने पर भू-राजनीतिक प्रीमियम को कम कर दिया, जिससे कीमतों में गिरावट आई।
डॉलर की मजबूती और सोना:
ट्रम्प की जीत के बाद अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ, जिससे सोने के बाजार पर दबाव पड़ा। डॉलर के मजबूत होने के साथ ही, निवेशकों के लिए सोना अक्सर कम आकर्षक हो जाता है, जिससे कीमतों में गिरावट आती है।
मुद्रास्फीति और राजकोषीय नीति संबंधी चिंताएँ:
कर कटौती और राजकोषीय घाटे में वृद्धि सहित ट्रम्प की अपेक्षित राजकोषीय नीतियाँ मुद्रास्फीति को और बढ़ा सकती हैं। यदि मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो यू.एस. ब्याज दरें लंबे समय तक ऊँची रह सकती हैं, जिससे डॉलर और मजबूत होगा और सोने की कीमतों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा।
सोने की कीमत समर्थन स्तर:
विशेषज्ञों का अनुमान है कि सोने में और गिरावट देखने को मिल सकती है, संभावित समर्थन स्तर $2550 से $2500 के आसपास हो सकता है। हालाँकि, ट्रम्प की नीतियाँ स्पष्ट हो जाने के बाद, बाजार स्थिर हो सकता है।
No comments:
Post a Comment