इस साल तुलसी विवाह 12 नवंबर को होगा या फिर 13 नवंबर को? यह सवाल इसलिए उत्पन्न हो रहा है क्योंकि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि दो दिन तक जारी रहेगी, जिससे तुलसी विवाह की तिथि को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति बनी है। कुछ लोग उदयातिथि को आधार मानकर तिथि तय करते हैं, लेकिन यह समझने की आवश्यकता है कि तुलसी विवाह के लिए सही मुहूर्त का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है। आइए, जानते हैं कि इस वर्ष तुलसी विवाह का सही दिन और मुहूर्त क्या होगा।
तुलसी विवाह कब है?
तुलसी विवाह का आयोजन कार्तिक शुक्ल द्वादशी तिथि को प्रदोष काल(सूर्यास्त के बाद) में किया जाता है। इस दिन यदि एकादशी युक्त द्वादशी तिथि हो, तो वह और भी उत्तम मानी जाती है।
इस वर्ष कार्तिक शुक्ल द्वादशी तिथि 12 नवंबर को शाम 4:04 बजे से लेकर 13 नवंबर को दोपहर 1:01 बजे तक रहेगी। हालांकि, उदयातिथि के हिसाब से द्वादशी तिथि 13 नवंबर को मानी जा रही है, लेकिन तिथि का समापन दोपहर तक हो जाएगा। सूर्यास्त के बाद, त्रयोदशी तिथि शुरू हो जाएगी, और इस कारण 13 नवंबर को तुलसी विवाह करना सही नहीं होगा।
इसलिए, इस साल तुलसी विवाह 12 नवंबर को ही किया जाएगा। 12 नवंबर को ही द्वादशी तिथि प्रदोष काल में रहेगी और इस दिन देवउठनी एकादशी का व्रत भी होगा, जिसके बाद शाम के समय तुलसी विवाह का आयोजन होगा।
तुलसी विवाह का मुहूर्त
इस साल तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर को शाम 5:29 बजे से शुरू होगा, क्योंकि इसी समय सूर्यास्त होगा। इसके बाद अंधेरा होने पर, देवी तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम से विधिपूर्वक किया जाएगा। तुलसी विवाह का खास समय शाम 5:29 बजे से 7:53 बजे तक रहेगा, जो कि प्रदोष काल में है।
तुलसी विवाह का आयोजन इस साल विशेष रूप से सर्वार्थ सिद्धि योग में हो रहा है। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं हैं, या जिनकी शादी में देरी हो रही है, उन्हें तुलसी विवाह को विधिपूर्वक करने से लाभ हो सकता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग 12 नवंबर की सुबह 7:52 बजे से लेकर 13 नवंबर की सुबह 5:40 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान किए गए कार्यों में विशेष सफलता प्राप्त होती है।
No comments:
Post a Comment