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भारत और एशियाई विकास बैंक (ADB) के बीच 98 मिलियन डॉलर का समझौता: किसानों के लिए नई उम्मीद

Asian Development Bank

भारत ने एशियाई विकास बैंक (ADB) के साथ 98 मिलियन डॉलर के ऋण पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे देश के बागवानी किसानों के लिए एक नई क्रांति का आगाज हुआ है। इस समझौते का उद्देश्य किसानों को रोग मुक्त, उच्च गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री प्रदान करना है, जिससे उनकी उपज और आय में वृद्धि हो सके।

आत्मनिर्भर स्वच्छ पौध कार्यक्रम (CPP) क्या है?

आत्मनिर्भर स्वच्छ पौध कार्यक्रम (Clean Plant Program - CPP) एक ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीकों से लैस करना है ताकि वे उच्च गुणवत्ता वाली, वायरस-मुक्त पौधा सामग्री का उपयोग कर सकें। यह कार्यक्रम बागवानी क्षेत्र में सुधार लाने के साथ-साथ भारत को वैश्विक फल बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने पर केंद्रित है।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:

  1. उन्नत स्वच्छ पौधा केंद्र: नौ उन्नत केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें डायग्नोस्टिक और टिशू कल्चर लैब शामिल होंगी। ये केंद्र पौधों को रोगों से मुक्त रखने और उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद करेंगे।
  2. मजबूत प्रमाणन प्रणाली: इस कार्यक्रम में एक प्रमाणन प्रणाली विकसित की जाएगी, जो पौधों की गुणवत्ता और उनकी पहचान को सुनिश्चित करेगी। इससे किसानों को बेहतर रोपण सामग्री की गारंटी मिलेगी।
  3. महिला किसानों की भागीदारी: यह पहल महिला किसानों को विशेष रूप से प्रोत्साहित करती है, जिससे उन्हें बागवानी क्षेत्र में नई संभावनाओं का लाभ मिल सके।
  4. क्षेत्र-विशिष्ट पौधों का विकास: देश के अलग-अलग क्षेत्रों के लिए उपयुक्त पौधों की किस्में विकसित की जाएंगी, जिससे स्थानीय कृषि को बढ़ावा मिलेगा।

कार्यक्रम के लाभ:

  1. रोग मुक्त पौधा सामग्री: किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली और वायरस-मुक्त रोपण सामग्री मिलने से फसल की पैदावार में वृद्धि होगी।
  2. किफायती और सुलभ तकनीक: आधुनिक तकनीकों को किसानों तक सस्ती दरों पर पहुँचाया जाएगा, जिससे छोटे और मध्यम किसानों को भी लाभ होगा।
  3. रोजगार के अवसर: नई प्रयोगशालाओं और केंद्रों के माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास होगा।
  4. भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत होगी: यह कार्यक्रम भारत को वैश्विक फल बाजार में मजबूत स्थिति दिलाने में मदद करेगा, जिससे निर्यात में भी वृद्धि होगी।

इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (NHB) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के माध्यम से कृषि मंत्रालय द्वारा लागू किया जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि किसान सीधे इस योजना का लाभ उठा सकें।
आत्मनिर्भर स्वच्छ पौध कार्यक्रम (CPP) भारत के बागवानी क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की ओर एक बड़ा कदम है। यह पहल न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि देश को वैश्विक मंच पर भी एक नई पहचान दिलाएगी। आइए, हम सब मिलकर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें और भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में योगदान दें।

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