अयोध्या में राम भक्तों की सुविधा के लिए महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। यहां 13 मंजिला भक्त निवास का निर्माण शुरू होने जा रहा है, जिसे "महाराष्ट्र भवन" नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य अयोध्या आने वाले महाराष्ट्र के श्रद्धालुओं को सस्ते और आरामदायक आवास, भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
भवन निर्माण की लागत और टेंडर प्रक्रिया
महाराष्ट्र सरकार ने इस परियोजना के लिए 119.50 करोड़ रुपये का ठेका मुंबई स्थित जेनेरिक इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन एंड प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (GECP) को दिया है। इससे पहले, निर्माण के लिए दो कंपनियों ने बोली लगाई थी, जिसमें GECP को सबसे कम बोली के आधार पर चुना गया।
स्थान और भूमि का विवरण
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस परियोजना के लिए दो एकड़ भूमि आवंटित की है। यह भूखंड अयोध्या के सेक्टर 8 के ग्रीनफील्ड टाउनशिप में स्थित है। राज्य मंत्रिमंडल ने इस भूमि को खरीदने के लिए 67.14 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।
भवन की विशेषताएं
- आधुनिक सुविधाएं: महाराष्ट्र भवन को अत्याधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
- कम कीमत पर आवास और भोजन: राम भक्तों को यहां किफायती दरों पर आवास और भोजन उपलब्ध होगा।
- तीन साल में पूरा होने का लक्ष्य: निर्माण कार्य तीन साल के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
योगी आदित्यनाथ और एकनाथ शिंदे की पहल
2023 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की विशेष अनुरोध पर इस परियोजना को हरी झंडी दी। उन्होंने वादा किया था कि राम मंदिर के पास महाराष्ट्र भवन के लिए भूमि आवंटित की जाएगी।
अयोध्या में बढ़ेगी महाराष्ट्र की पहचान
यह परियोजना न केवल राम भक्तों के लिए सहूलियत लेकर आएगी बल्कि अयोध्या में महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करेगी। महाराष्ट्र भवन का निर्माण राम मंदिर के पास होने से श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान एक आरामदायक और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होगा।
अयोध्या में भक्त निवास का यह निर्माण महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को और गहराई देगा। यह कदम राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक होगा।
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