नासा चांद पर अपना महत्वाकांक्षी मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है। इस मिशन का नाम आर्टेमिस मिशन है जिसमें 9 और कंपनियां नासा का साथ देंगी। जी हां, नासा के चांद पर आर्टेमिस मिशन में 9 कंपनियां शामिल होंगी, जो इस मिशन की सफलता में एजेंसी की मदद करेंगी। इस साझेदारी को नेक्स्ट स्पेस टेक्नोलॉजीज फॉर एक्सप्लोरेशन पार्टनरशिप (नेक्स्टस्टेप) नाम दिया गया है। अब नेक्स्टस्टेप अपेंडिक्स आर कॉन्ट्रैक्ट में 7 राज्यों की 9 कंपनियां शामिल हैं।
दरअसल इन कॉन्ट्रैक्ट अवॉर्ड्स से मिशन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इन कॉन्ट्रैक्ट अवॉर्ड्स से मिशन के लिए बहुत जरूरी क्षमताओं के विकास में तेजी आएगी। साथ ही, चांद की सतह पर लंबे समय तक अन्वेषण के लिए अंतरिक्ष यात्रियों की दैनिक जरूरतों के हिसाब से क्षमताओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
नए कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंपनियां चांद के वातावरण में पैदा होने वाली चुनौतियों से निपटने की दिशा में काम करेंगी। यह एक व्यापक योजना होगी। इसका मकसद गहरे अंतरिक्ष में इंसानों द्वारा लंबे समय तक वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए जरूरी तत्व मुहैया कराना होगा। यानी अगर मिशन में बहुत ज्यादा देरी भी हो जाए तो अंतरिक्ष यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
नासा ने इस अनुबंध के लिए 24 मिलियन डॉलर खर्च करने की योजना बनाई है। भारतीय मुद्रा के अनुसार यह राशि 2.10 अरब रुपये है। इस राशि में से प्रत्येक कंपनी को अपना काम करने के लिए अपने हिस्से का फंड मिलेगा। नासा ने अपने अनुबंध में जिन 9 कंपनियों को शामिल किया है, उनके नाम इस प्रकार हैं-
- ब्लू ओरिजिन (फ्लोरिडा)
- लीडोस (वर्जीनिया)
- मूनप्रिंट (डेलावेयर)
- प्रैट मिलर डिफेंस (मिशिगन)
- स्पेशल एयरोस्पेस सर्विसेज (अलबामा)
- इंट्यूटिव मशीन्स (टेक्सास)
- एमडीए स्पेस (टेक्सास)
- लॉकहीड मार्टिन (कोलोराडो)
- सिएरा स्पेस (कोलोराडो)
आर्टेमिस मिशन नासा का महत्वाकांक्षी मिशन है जिसमें अंतरिक्ष एजेंसी फिर से चांद पर इंसानों सहित चालक दल भेजने का सपना देख रही है। इसे कई बार टाला जा चुका है। अब नासा ने 2026 और 2027 में आर्टेमिस मून मिशन के पहले दो जोड़े भेजने का फैसला किया है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो नासा 2026 में चंद्रमा पर मानव मिशन भेजता नजर आएगा।
No comments:
Post a Comment