जालंधर: पंजाब सरकार की 'युद्ध नशे के विरुद्ध' मुहिम के तहत आज पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर की अगुवाई में कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने सिविल अस्पताल और उसके आसपास के क्षेत्रों में विशेष तलाशी और निरीक्षण अभियान चलाया।
नशा विरोधी अभियान का मकसद: अवैध गतिविधियों पर कड़ा शिकंजा
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य अवैध नशीली दवाओं की बिक्री और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना है। यह कार्रवाई डीसीपी ऑपरेशन नरेश डोगरा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में चार अलग-अलग पुलिस टीमों के सहयोग से की गई।
अस्पताल परिसर और मेडिकल स्टोर्स की हुई कड़ी जांच
अस्पताल के अंदर मौजूद मेडिकल स्टोर्स, कैंटीन और पार्किंग एरिया की गहराई से तलाशी ली गई। पार्किंग में खड़े वाहनों के मालिकाना हक और दस्तावेजों की जांच के लिए वाहन ऐप का इस्तेमाल किया गया। इसके साथ ही आस-पास के मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया गया कि बिना पक्के बिल या वैध दस्तावेजों के कोई दवा न बेची जाए।
सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बड़ा कदम
यह सघन निरीक्षण अभियान, जालंधर पुलिस की उस सख्त नीति का हिस्सा है जिसका लक्ष्य है - शहर से नशीले पदार्थों का जड़ से सफाया। यह कार्रवाई न सिर्फ युवाओं को नशे से दूर रखने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है, बल्कि शहर में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने की ओर भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
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